by Gnyana Sangha | अप्रैल 17, 2020 | चेतना, जागरूकता, जाने दो, द्वैत, निर्वाण, भौतिक, भ्रम, विदेह, सत्य, सपने, साक्षी भाव/ साक्षी, सामान्य आध्यात्मिक, स्वयं
क्या द्वंद को पूरी तरह से छोड़ पाना मुमकिन है? प्रश्न- कहते हैं कि इस ब्रह्मांड में समय का कोई अस्तित्व नहीं है। मेरा प्रश्न ये है कि क्या हम शरीर में रह कर यह महसूस कर सकते हैं? योग वशिष्ठ में लीला की कहानी में, लीला को पूरी तरह से द्वंद का त्याग करना पड़ता है।...