by Gnyana Sangha | फरवरी 25, 2020 | अष्टावक्र गीता, आगामी, आनंद, इच्छा, कष्ट, मुक्ति, वर्तमान क्षण, वैदिक, सुख/ दर्द
आनंद को कैसे संभालें? प्रश्न- दीदी, मैं अपने जीवन में बहुत बड़े बदलाव पर खड़ी हूँ। मेरे जीवन में सब कुछ बहुत बढ़िया चल रहा है और मुझे प्रसन्न होना चाहिए। लेकिन मैं इस नई शुरुआत को पूरी तरह से स्वीकार नहीं कर पा रही हूँ। किसी भी बुरे समय में मैं दुख को गहराई से अनुभव कर...