‘एकता भतीजा’, यह नाम से इस शरीर को सम्भोदित करते हैं।
‘मैं’ यह नाम नहीं हूँ। यह नाम ‘मेरा’ नहीं है।
ज्ञान संघ वेबसाइट और ब्लॉग ‘मेरे’ नहीं हैं।
सच्चे साधकों की आध्यातमिक तलाश से ज्ञान की गंगा बहने लगी।
इस पूरी प्रक्रिया में मैं केवल एक साधन हूँ।
शून्य मन से ही ज्ञान के संगीत की उपज होती है।
ज्ञान का बहाव ही यह सब चला रहा है।
मैं सिर्फ इतना जानती हूँ कि मैंने इस विस्तार को बहुत कम जाना है!